मथुरा की कोलंबिया पेसिफिक वर्चुअल युनिवर्सिटी ने उत्तराखंड की लोक गायिका रेशमा शाह को डॉक्टरेट की मानद उपाधि 2025 से सम्मानित किया है।

मसूरी

लोक संगीत एवं लोक संस्कृति को बढावा देने व उसके प्रचार प्रसार करने के लिए मथुरा की कोलंबिया पेसिफिक वर्चुअल युनिवर्सिटी ने उत्तराखंड की लोक गायिका रेशमा शाह को डॉक्टरेट की मानद उपाधि 2025 से सम्मानित किया है।
लोक गायिका रेशमा शाह की इस उपलब्धि पर पूरे उत्तराखंड में खुशी की लहर है। उनकी इस उपलब्धि पर नगर पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने उन्हें शॉल भेंट कर व मसूरी प्रेस क्लब ने उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित कर अपने को गौर्वान्वित किया।

इस मौके पर लोक गायिका डा. रेशमा शाह ने बताया कि मथुरा स्थित कोलंबिया पेसिफिक वर्चुअल युनिवर्सिटी ने उन्हें डॅाक्टरेट की मानद उपाधि से अलंकृत किया। उन्होंने बताया कि इस सम्मान से वह अत्यंत प्रसन्न है ,उन्होंने कहाकि यह सम्मान उन सभी ऐसी महिलाओं को है जो संघर्ष कर आगे बढ रही है। कहा कि आगे भी वह लगातार लोक संस्कृति व संगीत के क्षेत्र में आने वाली पीढी सहित राज्य व देश के लिए कुछ करना चाहती है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य उत्तराखंड की पौराणिक संगीत विधा को युवा पीढी तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र में 26 साल से कार्य कर रही है। जिसमें मांगल गीत, पांडवों के जागर, देवी देवताओं के गीत व लोक गीतों को गाकर उन्हें आगे बढाने का कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि विदेशों में भी उन्हें पूरा सम्मान मिला है..
वहीं इस मौके पर नगर पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है विशेष कर पहाड़ की महिलाओं के लिए। उन्होंने कहा कि रेशमा शाह को डाक्टरेट की उपाधि मिलना बड़ी बात है जो एक पहाड के ग्रामीण परिवेश से आती है व संघर्ष कर अपनी पढाई की व आगे बढी। उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि रेशमा उनके ही मायके से है व साथ में पढी है..  इस मौके पर पुष्पा पडियार, विजय बिंदवाल,मसूरी प्रेस क्लब अध्यक्ष सुनील सिलवाल, बिजेंद्र पुंडीर, हरीश कालरा, तान्या सैली, मोहसिन तन्हा, दीपक रावत, उपेंद्र लेखवार, नरेश नौटियाल, राजवीर रौछेला, धर्मेद्र सिंह, रवि बंसवाल, आदि मौजूद रहे।

About The Author