मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल देहरादून में 68 वर्षीय महिला की जान बचाने में एडवांस्ड लीडलेस पेसमेकर ने निभाई अहम भूमिका

देहरादून: मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, देहरादून के डॉक्टरों ने 68 वर्षीय महिला की जान बचाई, जिन्हें कम्पलीट हार्ट ब्लॉकेज की समस्या थी। मरीज का उपचार उन्नत तकनीक लीडलेस पेसमेकर के माध्यम से किया गया, जिसे न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया द्वारा सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया गया।

देहरादून निवासी गीता कठैत चक्कर आने और बहुत ही धीमी हृदय गति (सिर्फ 42 बीट्स प्रति मिनट) की शिकायत के साथ मैक्स अस्पताल, देहरादून की इमरजेंसी में लाई गईं। सामान्य रूप से हृदय गति लगभग 80 बीट्स प्रति मिनट होती है। मरीज की स्थिति ठीक करके और क्लिनिकल जांच करने के बाद डॉ. पुनिश सदाना, डायरेक्टर, कार्डियक साइंसेस व डॉ. प्रीति शर्मा, डायरेक्टर, कार्डियक साइंसेस मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल देहरादून के नेतृत्व में कार्डियक टीम ने Avier VR Leadless Pacemaker लीडलेस पेसमेकर लगाने का निर्णय लिया।

डॉ. पुनिश सदाना, डायरेक्टर, कार्डियक साइंसेस, मैक्स अस्पताल, देहरादून ने बताया कि, “पारंपरिक पेसमेकर में जहां सीने में चीरा लगाकर वायर को हार्ट से जोड़ा जाता है, वहीं लीड़लैस पेसमेकर में बिना किसी चीरे या टांके के, कैथेटर के माध्यम से पेसमेकर लगाया जाता है। उन्होंने बताया कि हमने ये लीडलेस पेसमेकर दाहिनी फीमरल वेन (जांघ की नस) के माध्यम से प्रत्यारोपित किया, जिससे सीने में किसी तरह की सर्जरी या तारों की आवश्यकता नहीं पड़ी। पूरी प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हुई और मरीज को सर्जरी के तीन दिन के भीतर छुट्टी दे दी गई।”

डॉ. प्रीति शर्मा, डायरेक्टर, कार्डियक साइंसेस, मैक्स अस्पताल, देहरादून ने बताया, “लीडलेस पेसमेकर गंभीर हृदय रोगियों के लिए गेम-चेंजर साबित हो रहे हैं। यह नई तकनीक सर्जरी को अधिक सुरक्षित एवं कम जटिल होती है और मरीज की रिकवरी को बेहतर बनाती है। यह विशेष रूप से उन मरीजों के लिए उपयोगी है जो अधिक उम्र के हैं, जिन्हें वैस्कुलर (नसों) से जुड़ी समस्याएं हैं या जिन्हें संक्रमण का खतरा अधिक होता है।”

यह सफल प्रत्यारोपण उत्तराखंड और आसपास के क्षेत्रों में उन्नत हृदय देखभाल प्रदान करने के लिए मैक्स अस्पताल, देहरादून की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस प्रकार की एड़वांस तकनीकी अब मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध है, जिन्हें पहले ऐसे इलाज के लिए बड़ें शहरों की ओर रुख करना पड़ता था।

मैक्स हेल्थकेयर के बारे में:

मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट लिमिटेड (मैक्स हेल्थकेयर) भारत के सबसे बड़े हेल्थकेयर ऑर्गनाइजेशंस में से है। नवीनतम टेक्नोलॉजी और अत्याधुनिक शोध के दम पर मैक्स हेल्थकेयर क्लीनिकल एक्सीलेंस एवं पेशेंट केयर के मामले में सर्वोच्च मानक स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

कुल 22 अस्पतालों के संचालन (करीब 5,000 बेड) के साथ उत्तर भारत में मैक्स हेल्थकेयर की उल्लेखनीय उपस्थिति है। इसके नेटवर्क में कंपनी एवं उसकी सब्सिडियरीज द्वारा संचालित सभी अस्पताल एवं मेडिकल सेंटर, पार्टनर हेल्थकेयर फैसिलिटीज एवं मैनेज्ड हेल्थकेयर फैसिलिटीज शामिल हैं। इनमें दिल्ली एनसीआर में साकेत (3 हॉस्पिटल), पटपड़गंज, वैशाली, राजेंद्र प्लेस, द्वारका, नोएडा व शालीमार बाग के अत्याधुनिक टर्शरी एवं क्वाटर्नरी केयर हॉस्पिटल्स, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, मोहाली, बठिंडा, देहरादून के एक-एक हॉस्पिटल, गुरुग्राम व बुलंदशहर के सेकेंडरी केयर हॉस्पिटल और दिल्ली-एनसीआर में नोएडा, लाजपत नगर (दो सेंटर) व पंचशील पार्क के मेडिकल सेंटर और मोहाली, पंजाब का एक मेडिकल सेंटर शामिल है। मोहाली और बठिंडा के अस्पताल पंजाब सरकार के साथ पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) के तहत संचालित होते हैं।

इन अस्पतालों के अतिरिक्त, मैक्स हेल्थकेयर अपने ब्रांड मैक्स@होम और मैक्स लैब्स के तहत क्रमश: होमकेयर और पैथोलॉजी बिजनेस का संचालन भी करता है। मैक्स@होम के तहत घर पर ही हेल्थ एवं वेलनेस सर्विसेज प्रदान की जाती हैं, जबकि मैक्स लैब के तहत अपने नेटवर्क से बाहर के मरीजों को भी डायग्नोस्टिक्स की सुविधा प्रदान की जाती है।

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