100वीं जयंती पर उत्तराखंड के गांधी को माल्यार्पण कर याद किया। 

मसूरी।

उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणी बडोनी की साैं वीं जयंती मालरोड स्थित इंद्रमणी बडोनी चौक पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मनाया गया। इस मौके पर बडोनी चौक से शहीद स्थल तक पारंपरिक वाद्ययंत्रों व लोक नृतकों के साथ सांस्कृतिक यात्रा निकाली गई, व उसके बाद शहीद स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें बडी संख्या में पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों ने प्रतिभाग किया।
इंद्रमणी बडोनी विचार स्मृति मंच के तत्वाधान में बडोनी चौक पर इंद्रमणी बडोनी की प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर उनकी सौं वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर मंच के महामंत्री प्रदीप भंडारी ने कहाकि इंदमणी बडोनी उत्तराखंड के गांधी थे जिन्होंने राज्य आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की व उनकी बदौलत उत्तराखंड राज्य मिला। वहीं वह संस्कृति कर्मी भी थे जिन्होंने उत्तराखंड के महान नायकों पर नाटक व गीत लिखे व उनके बारे में देश के कोने कोने तक कार्यक्रम कर उनके योगदान के बारे में अवगत कराया। लेकिन आश्चर्य है कि प्रदेश सरकार ने उनकी जयंती को सांस्कृतिक दिवस घोषित किया लेकिन सरकार की ओर से कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गये। इस मौके पर मंच में अध्यक्ष पूरण जुयाल ने कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों का स्वागत किया व कहाकि बडोनी ने उत्तराखंड के लिए जो किया उसे याद रखा जाना चाहिए व उनके बताये मार्ग पर चलकर ही उत्तराखंड आगे बढ सकता है। इस मौके पर पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने कहाकि इंद्रमणी बडोनी जहां सांस्कृतिक कर्मी थे वही वह ऐसे नेता भी थे जिन्होंने उत्तराख्ंाड राजय निर्माण की अखल जलाई व उसे अंजाम तक पहुंचाया। उन्होंने विधायक रहते जहां देवप्रयाग क्षेत्र का विकास किया वहीं उत्तराख्ंाड के महान नायकों के बारे में पूरे देश को जानकारी दी। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार व लेखक जय प्रकाश उत्तराख्ंाडी, आरपी बडोनी, जय प्रकाश राणा, मीरा सकलानी, दर्शन रावत, श्रीपति कंडारी, सुनील उनियाल, केडी नौटियाल, परेद्र सकलानसी, बीना गुनसोला, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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